मध्य प्रदेश के कटनी जिले का नाम किस नदी के नाम पर है?

कटनी। मध्य प्रदेश का कटनी जिला खनिज संपदा का खजाना लिए हुए है, इसलिए ये अपनी समृद्ध खनिज संपदा के लिए जाना जाता है। यहां के चूना पत्थर और संगमरमर को 'हीरें' के समान मूल्यवान माना जाता है। इसलिए इसे चूना नगरी भी कहा जाता है।

विविध खनिजों का भंडार

चूना पत्थर और बॉक्साइट के विशाल भंडारों के अलावा, कैल्साइट, डोलोमाइट, फायरक्ले, लेटराइट और बार्टिजेन भी यहां पाए जाते हैं।

लोगों का मुख्य व्यवसाय

कृषि और खनन, यहां के लोगों के मुख्य व्यवसाय हैं। स्लीमनाबाद गांव अपनी उत्कृष्ट संगमरमर की खदानों के लिए प्रसिद्ध है।

मार्बल उत्पादन का केंद्र

कटनी जंक्शन के पास स्थित स्टोन पार्क इंडस्ट्रीज, मार्बल उत्पादन के लिए प्रसिद्ध है।


कटनी नदी के नाम रखा गया नाम

बता दें कि कटनी जिले का नाम यहां की कटनी नदी के नाम पर रखा गया और यह जिला महाकौशल, बुन्देलखण्ड और बघेलखण्ड संस्कृति का संगम है।

ऐतिहासिक महत्व

'मुडवारा' नाम से भी जाना जाने वाला यह शहर, 20वीं शताब्दी की शुरुआत से ही एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है।

प्राकृतिक सुंदरता

कटनी न सिर्फ खनिजों और संस्कृति के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां कई दर्शनीय स्थल भी हैं, जैसे जागृति पार्क, विजयराघवगढ़ किला, बहोरीबंद, तिगवन मंदिर, रूपनाथ मंदिर, बिलहरी।

1930 में तिरंगा फहराया गया था

कटनी को 'मध्यप्रदेश का बारडोली' कहा जाता है, क्योंकि यहां के लोगों ने स्वतंत्रता संग्राम में बड़ी संख्या में भाग लिया था। आजादी के 17 साल पहले 1930 में यहां पहली बार स्वतंत्रता दिवस मनाया गया था। कई जगहों पर तिरंगा फहराया गया था।

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