संदीप जायसवाल को बनाया जा सकता है मंत्री
कटनी। मध्यप्रदेश में एक तरफा जीत के साथ सरकार बनाने जा रही भाजपा में फिलहाल तो मुख्यमंत्री बनने - बनाने की रस्साकसी चल रही है। जिसका फैसला औपचारिक रस्म अदायगी के बाद एक - दो दिन में हो जाएगा। वैसे भी प्रदेश का मुखिया वही बनेगा जिसका नाम प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी द्वारा तय कर दिया जायेगा।
जिस तरह की खबर पल - पल बदलते समीकरणों के बीच से निकल कर आ रही है उससे लगता है कि 2024 में होने वाले संभावित आम चुनाव के मद्देनजर मुख्यमंत्री की कुर्सी पर किसी नये चेहरे को ही विराजमान किया जायेगा। इसकी संभावना इसलिए भी है कि जब विधानसभा चुनाव जीतने के लिये 18 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी सम्हाल रहे शिवराज सिंह चौहान के चेहरे को हटाकर मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा गया है तो फिर लोकसभा चुनाव में शिवराज सिंह चौहान के चेहरे को आगे कर आम चुनाव चुनाव लड़ने का रिस्क मोदी एंड कम्पनी नहीं ले सकती।
मुख्यमंत्री का नाम तय होने के साथ-साथ मंत्रीमंडल में किस - किस को शामिल किया जाय इस पर मंथन किये जाने की खबर है । बताया जाता है कि मंत्रीमंडल में शामिल होने के लिए कई बार से चुनाव जीत कर आने वाले विधायकों द्वारा गोटियाँ भी बिठाई जाने लगी हैं।
सूत्रों की मानें तो इस बार केन्द्रीय मंत्री, सांसदों तथा राष्ट्रीय महासचिव के विधायक बन जाने से इसमें से ही किसी एक को मुख्यमंत्री तथा बाकी को मंत्री तो बनाया ही जायेगा साथ ही क्षेत्रीय - जातीय - वर्गीय समीकरण को साधने की भी कोशिश की जाएगी।
इसी कड़ी में कटनी जिले की मुख्यालय सीट मुडवारा से हैट्रिक बनाने वाले विधायक संदीप जायसवाल को पिछड़ा वर्ग के कोटे से मंत्री बनाये जाने के कयास लगाए जा रहे हैं। कटनी जिले की विजयराघवगढ़ विधानसभा से चुने गए विधायक संजय पाठक को ब्राम्हण कोटे से पूर्व में मंत्री बनाया जा चुका है। राजनीति को करीब से जानने वालों का कहना है कि लोकसभा चुनाव को देखते हुए पार्टी पिछड़े वर्ग को साधने में कोई कोर कसर नहीं छोड़ेगी।
अश्वनी बडगैया अधिवक्ता
स्वतंत्र पत्रकार
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