एक वर्ष तक के शिशु वाली महिला कर्मियों को मिलेगी चुनाव ड्यूटी से मुक्ति
कटनी। कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी अवि प्रसाद नें शिशुओं की परवरिश और देखभाल के उद्देश्य से एक वर्ष तक के बच्चों वाली महिला कर्मियों को मानवीय आधार पर चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की अभिनव पहल की है।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने निर्वाचन कार्य हेतु ड्यूटी में लगाई गई ऐसी महिला कर्मचारी जिनके शिशु की उम्र 1 वर्ष है, उन्हें निर्वाचन के दौरान ड्यूटी से मुक्त रखने के निर्देश दिए है। ताकि शिशु की देखभाल में कोई बाधा न हो।
कलेक्टर श्री प्रसाद ने एक साल के छोटे बच्चे वाली शासकीय महिला कर्मचारी को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने की मानवीय एवं संवेदनशील पहल की है । मतदान दल में शामिल महिला कर्मचारी को मतदान से एक दिन पूर्व जाना होता है और रात्रि निवास मतदान केन्द्र पर ही करने की स्थिति बनती है। ऐसे में एक वर्ष तक के छोटे शिशु की देखभाल का संकट पैदा हो जाता है। कलेक्टर श्री प्रसाद ने कहा कि भावनात्मक रूप से छोटा शिशु मां के सबसे करीब होता है और मां और शिशु के एक दिन के लिए भी अलग-अलग होने से शिशु भावनात्मक रूप से असहज महसूस करता है। छोटे शिशु की देखभाल के लिए मां का शिशु के पास और साथ होना जरूरी है। इसे देखते हुए जिला प्रशासन ने एक साल तक के बच्चों की माताओं को चुनाव ड्यूटी से मुक्त करने का निर्णय लिया है।
ड्यूटी से मुक्ति हेतु 8 नवंबर तक आवेदन आमंत्रित
ऐसी महिला कर्मचारी जिनके शिशु की उम्र 1 वर्ष तक है और शिशु की परवरिश की समस्या के चलते वे विधानसभा निर्वाचन 2023 की ड्यूटी नहीं करना चाहती है, वे अपना आवेदन 8 नवंबर तक कार्यालय कलेक्ट्रेट की निर्वाचन शाखा में दे सकती है। यदि किसी महिला कर्मचारी द्वारा उक्त समस्या के चलते पूर्व में आवेदन किया जा चुका है तो वे भी पुनः नवीन तरीके से अपना आवेदन प्रस्तुत कर सकती है।
रवि गुप्ता : संपादक
( जन आवाज )
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