राजनीतिक पार्टियां जनता को तीतर - बटेर समझ कर फंसाने के लिए डालती हैं दाना
कटनी। भाजपा चली कांग्रेस की गली ! _कांग्रेस के 20 सूत्रीय कार्यक्रम की याद ताजा कराता भाजपा का 20 सूत्रीय संकल्प पत्र_ भाजपा ने खोला मुंगेरीलाल के हसीन सपनों का पिटारा _एक बार फिर नये जुमलों की बरसात_
भाजपा ने वोटरों के वोट कबाडने के लिए सपनों से भरा मध्यप्रदेश का संकल्प पत्र नरक चौदस को जारी कर दिया है। संकल्प की खास बात यह है कि यदि भाजपा फिर से सत्ता में आई तो प्रदेश की तस्वीर बदलने वाली नहीं है।
पहला संकल्प ही यही है कि आगामी पांच साल तक गरीब दीनहीन ही बना रहेगा। वह सरकार द्वारा दिए जाने वाले मुफ्त राशन के भरोसे ही जीवन यापन करेगा।
अधिवक्ताओं और पत्रकारों के लिए प्रोटेक्शन एक्ट बनाये जाने का कोई जिक्र नहीं किया गया है। इसी तरह विद्युत पेंशनर्स को ट्रेजरी से पेंशन दिलाये जाने के मामले में भी संकल्प पत्र में कुछ नहीं कहा गया है।
लाडली बहनों और ग्रामीण महिलाओं को पक्का मकान देने और लखपति बनाने की बात ठीक उसी तरह कही गई है जैसी 2014 में नरेन्द्र मोदी ने सभी के खाते में 15 लाख रुपये जमा कराने की बात कही थी। यह अलहदा है कि चुनाव जीतने के बाद उनके सिपहसलारों ने उस बात को चुनावी जुमला करार दे दिया था।
प्रदेश में 18 साल से मुख्यमंत्री की कुर्सी पर विराजमान शिवराज सिंह चौहान को तो बच्चे तक घोषणावीर मामा कहने लगे हैं। इसके पहले भी शिवराज जहां - जहां पिछले 18 सालों में हवाई अड्डा बनाने की घोषणा कर चुके हैं वहां तो अभी तक एक ईंट नहीं रखी गई। इसमें कटनी जिले को शामिल किया जा सकता है जिसे सालों से हवाई अड्डे के लिए हवा में उड़ाया जा रहा है। घोषित नई जगह हवाई अड्डा कब बनेगा राम जाने।
कब नौ मन तेल होगा कब राधा नाचेगी ? यही हाल मेडिकल कॉलेज के होने वाले हैं। कुल जमा खर्च यही है कि जनता अभी तो वोट दे फिर तो हैं अपने पास पांच साल। वैसे भी राजनीतिज्ञ जानते हैं कि "कौन जीता है जुल्फों के सहर होने तक"
अश्वनी बडगैया अधिवक्ता
स्वतंत्र पत्रकार
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