थानेदार की धमकी से डरा सहमा पत्रकार अभी भी है सदमें में
कटनी। आधी रात में एक पत्रकार को थानेदार का फोन करना इस बात की ओर इशारा करता है कि उनकी मंशा नेक इरादे वाली तो नहीं रही होगी। हुआ भी यही पत्रकार का फोन ना उठाना और थानेदार का व्हाट्सएप पर मैसेज करना स्पष्ट करता है कि सीधे तौर पर धमकी के जरिये ये संदेश दिया गया था यदि नहीं माने तो अंजाम आंगे चलकर खतरनाक हो सकता है।
जुटाई गई जानकारी के अनुसार पत्रकार हीरा विश्वकर्मा ने कोतवाली थाना प्रभारी अजय बहादुर सिंह के खिलाफ यूट्यूब चैनल एक खबर चलाई गई थी। जिससे कोतवाली थाना प्रभारी अजय सिंह को खबर इतनी नागवार गुजरी कि ये महोदय रात गुजरने का भी इंतजार नहीं कर सके और अपनी वर्दी की गर्मी दिखाने की नीयत से आधी रात के तीन बजे पत्रकार हीरा विश्वकर्मा को मोबाईल पर धमकाने की कोशिश की जाती है। वो तो गनीमत थी कि इतनी रात और गहरी नींद की आगोश में होने से हीरा ने थानेदार का फोन रिसीव नहीं किया, जिससे तमतमाये वर्दीधारी ने पत्रकार के मोबाईल पर एक मैसेज छोड़ते है कि खबर सोच समझकर पोस्ट करो नहीं तो…....?
फिर क्या था थानेदार का मैसेज पढ़ते ही गांव का सीधा साधा पत्रकार हीरा का पसीना छूट गया। आलम ये था का 24 जुलाई को पत्रकार हीरा विश्वकर्मा को कटनी के जिला अस्पताल में भर्ती होना पड़ा। अस्पताल में दो दोनों तक इलाज चला। डॉक्टर भी हैरान परेशान की आखिर हीरा को हो क्या गया है। तमाम जांच करने पर मालूमात हुआ कि मरीज हीरा का ब्लडप्रेशर से लेकर शुगर सब कुछ अस्त व्यस्त है। कारण जानने पर हीरा ने बताया कि कोतवाली टीआई अजय सिंह की एक खबर चलाई गई थी जो कि मामला थाना एन. के. जे. से जुड़ा हुआ था, और वाह वाही लूटने के चक्कर में कोतवाली प्रभारी अजय सिंह कूद पड़े। इसी खबर से गुस्साए टीआई ने आधी रात में फोन किये जब फोन में बात नहीं हो पाई तो धमकी भरा मैसेज किया गया कि खबर सोच समझकर पोस्ट किया करो। इसका सीधा सा मतलब है कि दुबारा खबर न लगाने की धमकी दी जा रही है। इसी डर से मेरा बीपी और शुगर ऊपर नीचे होने से तबीयत बिगड़ गई।
खैर आगे बताते चलें कि आलम ये है कि कोतवाली टीआई अजय सिंह के रहते पत्रकार हीरा विश्वकर्मा कोतवाली जाने के नाम से अभी भी डरा हुआ है, कहीं टीआई झूठे केस में अंदर न कर दें। हालांकि बेगुनाहों पर झूठे मुकदमे लगाने में टीआई को महारत हासिल है।
हालांकि टीआई का भी तबादला हो चुका है। जिस दिन कटनी से रिलीव होकर जाएंगे उसी दिन डरा हुआ पत्रकार कोतवाली की चौखट चढ़ेगा।
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