विजयराघवगढ़ क्षेत्र में विक्षिप्त युवती के साथ हुई दरिंदगी, चार माह का ठहरा गर्भ
कटनी / वि.गढ़। विजयराघवगढ़ थानातंर्गत बेनाम दरिन्दों ने एक मानसिक रूप से विक्षिप्त युवती को अपनी हवस का शिकार बना डाला। शारीरिक रूप से कमजोर एवं मानसिक रूप विक्षिप्त मूकबधिर युवती के साथ चार माह पूर्व बेनाम बलात्कारी ने बलात्कार कर गर्भवती बना दिया।
जुटाई गई जानकारी के अनुसार विजयराघवगढ़ थानांतर्गत एक गांव में 20 साल की विक्षिप्त युवती के साथ अज्ञात ने बलात्कार की घटना को अंजाम दिया। जब युवती के पेट में चार माह का गर्भ ठहर गया तो इसकी जानकारी पीड़िता के परिवार को हुई। जिसकी सूचना फौरन समाजसेवी संस्था नारी शक्ति एक नई पहल को पता चली। संस्था के पदाधिकारी एवं सदस्यों ने सक्रियता दिखाते हुए पीड़िता को न्याय मुहैया कराने की पहल की।
नारी शक्ति एक नई पहल फाउंडेशन की अध्यक्ष डॉक्टर नूपुर धमीजा सुप्रीम कोर्ट अधिवक्ता को भी मिली। संस्था की अध्यक्ष मामले की गंभीरता को समझते हुए तत्काल संज्ञान में लेते हुए नारी शक्ति एक नई पहल के पदाधिकारी अधिवक्ता सुजीत द्विवेदी, अधिवक्ता अंजू रेखा तिवारी को जानकारी दी गई। पीड़िता को कानून सहायता उपलब्ध कराई गई। साथ ही सुरक्षित इलाज कराते हुए विधि के प्रावधानों का पालन करते हुए जिला न्यायालय के मार्गदर्शन में चिकित्सकों की एक टीम बनाकर जिला अस्पताल कटनी में संस्था के माध्यम से भर्ती करा गर्भपात कराया गया।
संस्था ने मानवता की मिसाल को जीवित रखते हुए मानसिक एवं शारीरिक रूप से अस्वस्थ पीड़िता को हर तरह से मदद की गई जो काबिले तारीफ है। इतना ही नहीं न्याय दिलाने के लिए मूकबधिर पीड़िता के पिता के साथ संस्था के पदाधिकारी विजयराघवगढ़ थाने में धारा 376/ 376 (2) (1) के तहत अज्ञात व्यक्ति के विरुद्ध मामला पंजीबद्ध कराया गया। पुलिस बलात्कारी के गिरेबान तक पहुंचने की पूरी कोशिश में जुट गई है।
आपको बताते चलें कि संस्था द्वारा पीड़िता के घर जाकर निजीतौर पर सहायता भी मुहैया कराई जा रही है और परिवार से लगातार संपर्क बनाए हुए हैं। संस्था द्वारा क्षेत्र के नागरिकों से कहा गया है कि घिनौने अपराध में लिप्त अपराधी की पहचान एवं जानकारी के बारे में पुलिस को सूचित किया जाए। जिससे जल्द न्यायालय कार्रवाई शुरू हो सके। ताकि भविष्य में फिर ऐसा घिनौना और दरिंदगी भरा कृत्य किसी के साथ ना हो सके।
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