विजयराघवगढ़ से विधायकी लड़ने के लिए टिकिट मांग सकते है कई भाजपाई.?
कटनी/ वि.गढ़.। इस बार विजय राघव गढ़ विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी को लेकर तस्वीर पूरी तरह साफ होती दिखाई नहीं दे रही है। एक तरफ भाजपा विधायक संजय पाठक इस मुगालते में हैं कि उनके अलावा भाजपा से कोई अन्य प्रत्याशी विधायक पद की दावेदारी के लिए आगे नहीं आएगा और हाईकमान सीधे तौर पर संजय पाठक को टिकट का ऑफर कर देगी। हालांकि कुछ समय पहले ही चुनाव लड़ने या न लड़ने का फैसला संजय पाठक ने वहां की जनता पर छोड़ रखा है। अब ऐसा करना जनता की मनोस्थिति को परखना है या फिर कोई राजनीतिक चाल.?
खैर जो भी हो लेकिन सूत्रों से प्राप्त जानकारी के अनुसार मूल भाजपाई कद्दावर नेता पूर्व विधायक ध्रुव प्रताप सिंह का भाजपा छोड़कर कांग्रेस में शामिल होने के बाद सारे आंकड़े उलट-पुलट होते हुए दिखाई दे रहे हैं। अपना पूरा जीवन भाजपा पर न्यौछावर करने वाले जमीन से जुड़े भाजपाई उपेक्षा का शिकार होकर दुखी मन से कमल की दंडी छोड़ कमलनाथ का हाथ मजबूत करने कांग्रेस का दामन थामने से जिला से लेकर प्रदेश और केंद्र तक की सांसे फुला दी है? सूत्रों पर भरोसा करें तो इन्हीं सब विरोध को देखते हुए केंद्रीय टीम को सर्वे के लिए गुप्त रूप से कटनी आना पड़ा। जिसकी भनक तक भाजपा जिला संगठन को नहीं लगने दी गई।
जब टीम के आने की जानकारी संगठन लगी तब तक टीम सारी जानकारी खंगाल रवाना ही चुकी थी। जिसके पूरे जिला में भाजपा संगठन में खलबली मच गई। मुड़वारा विधानसभा से भी टीम संतुष्ट नहीं हुई। रही बात बहोरीबंद विधानसभा की तो मुख्यमंत्री शिवराज सिंह खुद 312 करोड़ की सौगात देकर मुश्किलें कम कर दिए है। आंगे बताते चलें कि सूत्र बता रहे हैं कि बात इस बार विजयराघव गढ़ विधानसभा से विधायक प्रत्याशी के रूप में संजय पाठक के अलावा और अन्य प्रत्याशियों के नाम भी सामने आने की चर्चाएं शुरू हो गई है। जिस तरह से विजयराघवगढ़ विधानसभा में संजय पाठक के विरोध के स्वर सुनाई दे रहे हैं उसे देखते हुए इस बार पाठक से कहीं ज्यादा अन्य प्रत्याशियों पर हाईकमान भरोसा करने का मन बना रही है। भाजपा से टिकट किसे दिया जाएगा इस बात को लेकर भी असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
बताया जाता है कि 23 में होने वाले विधानसभा चुनाव में कुछ अन्य प्रत्याशी भी भाजपा से टिकट की दावेदारी करते हुए चुनाव लड़ने के लिए ताल ठोक सकते हैं? फिलहाल दो बार नगर पंचायत अध्यक्ष रह चुके कैमोर के गणेश राव, बरही के सतीश तिवारी जो कि तीन बार नगर परिषद अध्यक्ष तो वहीं रामनारायण गुड्डा सोनी विजय राघव गढ़ मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व भाजपा जिला उपाध्यक्ष रह चुके हैं। इनके अलावा कुठिया महगवां के राजेश गर्ग बरही मंडल अध्यक्ष एवं पूर्व जिला महामंत्री और वर्तमान प्रदेश कार्य समिति सदस्य भी है, जो विजयराघवगढ़ विधान सभा से चुनाव लड़ने का मन बनाकर टिकिट की मांग कर सकते हैं?
जानकारों का मानना है कि विजयराघवगढ़ ब्राह्मण वादी क्षेत्र कहलाता है जिसको लेकर शहरी इलाके से दमदार ब्राह्मण विजयराघवगढ़ में टिकिट की दावेदारी करते हुए चुनाव मैदान में पांव जमा सकता है। इस बार देखना बड़ा ही दिलचस्प होगा कि आंख मूंदकर संजय पाठक को टिकट देकर चुनाव में उतारने वाली भारतीय जनता पार्टी संजय पाठक को टिकट देती है या फिर किसी और प्रत्याशी पर भी विचार करते हुए दांव लगाएगी।
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