सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा के खिलाफ होने जा रहा धरना प्रदर्शन और आंदोलन

 कटनी। जिला अस्पताल में सिविल सर्जन के पद में आसीन डॉक्टर यशवंत वर्मा के खिलाफ एक समाज सेवक ने बिगुल फूंक दिया है। 

जुटाई गई जानकारी के अनुसार सिविल सर्जन डॉक्टर वर्मा के किस्से आये दिन मीडिया की ब्रेकिंग न्यूज़ और हैडलाइन में दिखाई और सुनाई दे रही थी। जिसके बाद अब शहर की जनता डॉक्टर वर्मा को बेनकाब करने के लिए मोर्चा खोलते हुए सड़कों पर उतरने के लिए मजबूर हो गईं। आपको बता दे कि पूर्व में अस्पताल की नई बिल्डिंग में लगी आग की खबर काफी दिनों तक चर्चा का विषय बनी रही। जिसके बाद नगर निगम की जांच कमेटी गठित होने के बाद जांच में सिविल सर्जन डॉक्टर वर्मा की लापरवाही सामने आई और जांच टीम ने सिविल सर्जन डॉक्टर यशवंत वर्मा को दोषी करार तो दे दिया गया। लेकिन आरोप साबित होने के बावजूद भी आज तक जिम्मेदार अधिकारी कार्रवाई के नाम पर केवल नोटिस नोटिस का खेल खेलते रहे औऱ इस खेल में आज तक दोषी डॉक्टर वर्मा पर कार्रवाई का हंटर चलाने में उच्चाधिकारियों के पीसने छूट गए। 

सूत्रों पर भरोसा करें तो सिविल सर्जन डॉक्टर वर्मा के सफेद पोशों से काफी करीबी संबंध बताए जा रहे है। एक यह वजह भी सामने आई है कि आजतक जिला अस्पताल अग्निकांड में दोषी पाए जाने पर भी नगर निगम कमिश्नर समेत कलेक्टर भी कार्रवाई करने से बचते हुए देखे जा रहे है ? हालांकि डॉक्टर वर्मा के एक से बढ़कर एक कारनामे है जिसके कई राज आज भी दफन है। जनता को वही जानकारी मिल पाती है जिसे मीडिया सामने लाती है। लेकिन ये भी जरूरी नहीं कि इन महाशय के सारे कारनामे मीडिया द्वारा उजागर किया जाता है। आपको बता दे कि ये तो किसी न किसी तरह सेटिंग करने में भी करतबबाज है फिर वह चाहे मीडिया हो या फिर कार्रवाई करने का दम रखने वाला जिला प्रशासन। 

खैर आगे बताते चले कि सिविल सर्जन डॉक्टर यशवंत वर्मा के भ्रष्टाचार की लिस्ट काफी लंबे समय से लंबी होती जा रही थी। जिसको लेकर कमलेश पटेल नामक समाज सेवक सिविल सर्जन डॉक्टर यशवंत वर्मा के भ्रष्टाचार की पोल खोलने का शंखनाद करेंगे। 

समाज सेवक कमलेश पटेल ने 12 मई को कटनी एसडीएम को एक सूचना पत्र दिया है, जिसमें डॉक्टर वर्मा के भ्रष्टाचार की इबारत लिख आंदोलन करने की बात लिखी गई है। सूचना पत्र में लिखा है कि जिला अस्पताल कटनी में भ्रष्टाचार की नई - नई खबरें सुनने - पढ़ने में आती हैं। इन सभी भ्रष्टाचार के पीछे सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा का हाथ रहता है। ऐसी जानकारी समाचार पत्रों और मरीजों के माध्यम से आए दिन मिलती रहती है। जिला अस्पताल में आगजनी की घटना, ठेका मजदूरों को आधी पगार पर रखना, घटिया दवाइयों की सप्लाई होना, मार्केट रेट से भी अधिक दामों में घटिया दवाई अपने रिश्तेदारों के माध्यम से सप्लाई करवाना, साथ ही लिखा है कि नियमों को दरकिनार करते हुए अपने चहेतों को सरकारी क्वार्टर अलॉट करना, निजी अस्पतालों को मरीज रिफर करने के अलावा अनेक मामले हैं जिनके कारण शहर की जनता में अत्यधिक आक्रोश है। तमाम भ्रष्टाचार को देखते हुए शहर की आम जनता के द्वारा सिविल सर्जन डॉ यशवंत वर्मा को तत्काल हटाए जाने की मांग को लेकर दिनांक 18 मई 2023 को सुबह 11:30 बजे से जिला अस्पताल के गेट पर धरना प्रदर्शन किया जाएगा। साथ ही बाइक रैली के माध्यम से सभी प्रदर्शनकारी कलेक्ट्रेट कार्यालय पहुंचकर कलेक्टर को ज्ञापन सौंपेंगे। रैली में करीब एक सैकड़ा वाहन नजर आएंगे। रैली जिला अस्पताल गेट से प्रारंभ होकर अहिंसा तिराहा से मिशन चौक, बरगवां होते हुए कलेक्ट्रेट पहुंचेगी। जिसके बाद कलेक्टर को ज्ञापन सौंपते हुए डॉक्टर यशवंत वर्मा के द्वारा किया गया भ्रष्टाचार का वाचन किया जाएगा।


                      रवि कुमार गुप्ता - संपादक

                             ( जन आवाज )

No comments

Powered by Blogger.